साई जागता है कब सोता है लिरिक्स, Sai Jagta Hai Kab Lyrics In Hindi
भजन- साई जागता है कब सोता है लिरिक्स
गायक- उमा लहरी जी
साई जागता है कब सोता है,
कब जागता है कब सोता है,
हम दर्द सभी का खोता है,
मालिक है तू कैसा मालिक है |
जग रोए तू भी रोता है,
कब जागता हैं कब सोता हैं,
हम दर्द सभी का खोता है ||
ना धन दौलत ना जागीरे,
कैसे तू बनाये तकदीरे,
जादू है या की करिश्मा है,
जादू है या की करिश्मा है |
रोता भी यहाँ खुश होता है,
कब जागता हैं कब सोता हैं,
हम दर्द सभी का खोता है ||
इंसा इंसा को काट रहा,
तू प्रेम संदेसा बाँट रहा,
चाहे मंदिर मस्जिद गुरुदवारा,
चाहे मंदिर मस्जिद गुरुदवारा |
मेरा साई सभी में होता है,
कब जागता हैं कब सोता हैं,
हम दर्द सभी का खोता है ||
बिछड़े लहरी मिल जाते है,
मुरझाये चमन खिल जाते है,
कैसा है खजाना फकीरे का,
कैसा है खजाना फकीरे का |
लूटकर भी ना खाली होता है,
कब जागता हैं कब सोता हैं,
हम दर्द सभी का खोता है ||
साई जागता हैं कब सोता हैं,
कब जागता हैं कब सोता हैं,
हम दर्द सभी का खोता है,
मालिक है तू कैसा मालिक है |
जग रोए तू भी रोता है,
कब जागता हैं कब सोता हैं,
हम दर्द सभी का खोता है ||