जय बोलो महाकाल की लिरिक्स | Jay Bolo Mahakal Ki Lyrics In Hindi
यहाँ – जय बोलो महाकाल की लिरिक्स, Jay Bolo Mahakal Ki Lyrics दिया गया है-
भजन - जय बोलो महाकाल की लिरिक्स
कालो के भी काल की,
जय बोलो महाकाल की ||
कालो के भी काल की,
जय बोलो महाकाल की ||
माथे चंदा शीश पे गंगा,
गले नाग और भस्मी अंग,
पार्वती संग है शिव है विराजे ||
हाथो तिरशूल डमरू साजे,
देव गंबर वाल की,
जय बोलो महाकाल की ||
नंदी नाचे भंगी नाचे,
जब जब शिव का डमरू बाजे,
रुदर रूप में शिव जब ||
आते तीन लोक थर थर कप जाते,
माह रूद्र जटा ब्याल की,
जय बोलो महाकाल की ||
महाकाल महा देव की माया,
अब तक कोई समज न पाया,
शिव ने ऐसा रूप बनाया ||
सब पर रहती शिव की छाया,
दीपा उठाये पालकी,
जय बोलो महाकाल की ||
कालो के भी काल की,
जय बोलो महाकाल की ||
कालो के भी काल की,
जय बोलो महाकाल की ||